वैलेंटाइन डे का विरोध करते हुए मासूम बच्चों ने मनाया "मातृ-पितृ दिवस"
गोरखपुर । वैलेंटाइन डे के अवसर पर जहां एक दूसरे को प्रेमी प्रेमिका फूल देकर के प्रपोज करते हैं वही गोरखपुर जिले में विद्यालय में पढ़ने वाले मासूम बच्चों ने अपनी माता पिता की पूजा करके एक अनोखी मिसाल कायम की है वैलेंटाइन डे के अवसर पर विद्यालय प्रबंधक राकेश सिंह पहलवान के निर्देशन में बच्चों के द्वारा यह कार्यक्रम बड़ा ही अनोखा दिखा खोराबार स्थित कालिंदी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने वैलेंटाइन डे के अवसर पर बच्चों ने अपने माता-पिता की पूजा और चंकी आरती उतार कर के वैलेंटाइन डे का एक बहुत बड़ा कार्यक्रम करके समाज को एक संदेश देने का काम किया बच्चों ने कहा कि यह सोच आज के बड़े युवा वर्ग को एक संदेश देगी की माता पिता से बढ़कर दूसरा अन्य कोई नहीं है
वहीं अभिभावकों ने भी बच्चों द्वारा किए गए इसे कार्य की सराहना करते हुए बच्चों को आशीर्वाद दिया वही स्कूल प्रबंधन ने भी जहां लोग पश्चिमी सभ्यता को लेकर वैलेंटाइन डे का दुरुपयोग करते हैं
आज इस कार्यक्रम से लोगों को एक सबक मिलेगी कि प्यार बड़ा नहीं होता प्रेमी बड़ा नहीं होता लेकिन मां-बाप सबसे बड़े होते हैं।
आज के दिन उनकी पूजा करके जहां बच्चे धने हुए हैं वही संदेश लोगों को तक पहुंचे उसके लिए इस तरह का कार्यक्रम करके एक मिसाल कायम की है।
वैलेंटाइन डे के अवसर पर जहां एक दूसरे को प्रेमी प्रेमिका फूल देकर के प्रपोज करते हैं वही गोरखपुर जिले में विद्यालय में पढ़ने वाले मासूम बच्चों ने अपनी मां बाप की पूजा करके एक अनोखी मिसाल कायम की है वैलेंटाइन डे के अवसर पर बच्चों द्वारा किया गया कार्यक्रम बड़ा ही अनोखा दिखा खोराबार स्थित कालिंदी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने वैलेंटाइन डे के अवसर पर बच्चों ने अपने माता-पिता की पूजा और आरती उतार कर के वैलेंटाइन डे का एक बहुत बड़ा कार्यक्रम करके समाज को एक संदेश देने का काम किया बच्चों ने कहा कि यह सोच आज के बड़े युवा वर्ग को एक संदेश देगी की मां बाप से बढ़कर दूसरा अन्य कोई नहीं है ।
वहीं अभिभावकों ने भी बच्चों द्वारा किए गए इस कार्य की सराहना करते हुए बच्चों को आशीर्वाद दिया
वही विधायक प्रबंधक राकेश सिंह पहलवान ने कहा कि जहां लोग पश्चिमी सभ्यता को लेकर वैलेंटाइन डे का दुरुपयोग करते हैं आज इस कार्यक्रम से लोगों को एक सबक मिलेगी कि प्यार बड़ा नहीं होता प्रेमी बड़ा नहीं होता लेकिन मां-बाप सबसे बड़े होते हैं आज के दिन उनकी पूजा अर्चना करके समाज को भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेरित कर रहे हैं आने वाली नई पीढ़ियों के लोगों में एक अच्छा संदेश जागृत हो इस उद्देश्य से मातृ पितृ दिवस का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। जिसको गूगल ने भी मान्यता दे दी है। इस तरह के कार्यक्रम करके समाज में एक नई मिसाल कायम की सोच स्थापित की गई है। इसी मार्गदर्शन में काम किया जा रहा है।