स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के तहत विद्यालय में वितरित किए गए साबुन
एड्वेंटिस्ट डेवलपमेंट एंड रिलीफ एजेंसी (एड्रा) इंडिया ने स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के तहत गोरखपुर नगर क्षेत्र के 20 प्राथमिक विद्यालयों में हाथों की स्वच्छता हेतु डिटॉल साबुन का वितरण किया गया यह कार्यक्रम नगर संसाधन केंद्र, नगर क्षेत्र पर आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री भूपेंद्र नारायण सिंह रहे जिन्होंने एड्रा इंडिया द्वारा उपलब्ध कराएं डिटॉल साबुन का वितरण विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को स्कूल में स्वच्छता बनाने हेतु प्रदान किया इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी श्री अरुण प्रताप सिंह एवं जिला समन्वयक (निर्माण) भी उपस्थित रहे
डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया अभियान के अंतर्गत संचालित स्कूल स्वच्छता कार्यक्रम, रैकिट बेंकाइजर एवं एड्रा इंडिया के संयुक्त पहल से चलाया जा रहा है । बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि स्वच्छता का हमारे जीवन में बहुत महत्व है।
स्वच्छता अपनाकर हम बीमारियों से बच सकते हैं वर्तमान में कोरोना महामारी से बचाव के उपायों में हाथों की स्वच्छता बहुत ही महत्वपूर्ण है शिक्षक अपने विद्यालयों में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बच्चे आपस में दूरी बनाए रखें एवं हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें एड्रा इंडिया द्वारा कोरोना महामारी के कठिन समय में भी जनपद के कोविड-19 केंद्र को साबुन उपलब्ध कराया इनके द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा साबुन विद्यालयों में स्वच्छता एवं सफाई बनाए रखने में सहायक होगा। खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि स्कूल स्वच्छता कार्यक्रम एक सराहनीय कार्यक्रम है।
इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों के व्यवहार में बदलाव आता है स्वच्छता शिक्षा पर संचालित शिक्षकों का प्रशिक्षण, इनके माड्यूल, अभ्यास पुस्तिकाएं एवं स्वच्छता सामग्री बच्चों में स्वच्छ आदतों के विकास हेतु बहुत महत्वपूर्ण है।
जिला समन्वयक रंजीत कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम जनपद के 700 विद्यालयों में चलाया जा रहा है कार्यक्रम का उद्देश्य बाल्यावस्था से ही बच्चों में स्वच्छ आदतों का विकास करना है जिससे वे स्वस्थ रहें तथा अपने आस-पड़ोस के परिवेश एवं लोगों को स्वच्छता हेतु प्रेरित करें स्कूल की अध्यापक/ अध्यापिकाओं के माध्यम से बच्चों में स्वच्छता की सही जानकारी दी जाती है जो उनमें स्वच्छ आदतों के विकास हेतु प्रेरित करती है विद्यालय स्तर पर संचालित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का स्वच्छता से जुड़ाव विकसित किया जाता है। विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाध्यापिकाओं ने संस्था की इस गतिविधि की प्रशंसा की तथा आश्वासन दिया कि स्वच्छता के द्वारा कोरोना से बचाव में वे अपनी पूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे