निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पॉलिटिकल गॉडफादर ऑफ फिशरमैन कहे जाने वाले डॉक्टर संजय निषाद ने कैंप कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया जिसमें उन्होंने निषाद समुदाय के बढ़ते हुए वर्चस्व के जहां एक और खुशी जाहिर की वहीं दूसरी ओर कुछ टुटपुंजिया नेता जो निषाद समुदाय के सीधे साधे लोगो को बेवकूफ बना कर अपना उल्लू सीधा करने वालों नेताओं पर चिंता और दुख भी व्यक्त किया । निषाद पार्टी के बढ़ते वर्चस्व को देखकर, निषाद पार्टी और डॉक्टर संजय निषाद से जलने वाले लोगों से उन्होंने अपील करते हुवे कहा कि हमें अपने समुदाय के लिए सारे भेदभाव बुला के एक होकर काम करना चाहिए ।
बहुत अफसोस की बात है कि हमारे बीच कुछ ऐसे भी नेता है जो वास्तव में तो आज तक निषाद समुदाय का कुछ भला नहीं कर पाए मगर निषाद पार्टी के बढ़ते हुए कदम को देखकर मन में नफरत का बीज बोये हुए हैं और उनकी आंखों में नफरत का मोतियाबिंद हो गया है , जिसके कारण उन्हें अपने स्वार्थ के आगे निषाद समुदाय का भला दिखाई नहीं दे रहा है । ऐसे लोग बात तो करते हैं बड़ी-बड़ी मगर कार्य कुछ नहीं करते । यह कुछ ऐसे नेता है जो निषाद समुदाय को आगे बढ़ाने के कार्य को अपना मिशन बताते हैं मगर विभिन्न पार्टी में लाभ के लिए कमीशन पर कार्य करते हैं । पूरा समुदाय और पूरी जनता जानती है कि डॉक्टर संजय निषाद ने अपने निषाद समुदाय के मान, सम्मान ,वर्चस्व और आरक्षण के लिए कितनी लड़ाइयां लड़ी हैं, जिसके चलते आज निषाद समुदाय एक उम्मीद भरी नजर से उन्हें देखता है और उन्हें अपना अगुआ मान चुका है ।
वही समुदाय के नाम पर अपनी स्वार्थ पूर्ति करने वाले नेताओं कि इज्जत जब दो कौड़ी की रह गई तो ऐसे लोगों ने निषाद पार्टी और डॉक्टर संजय निषाद को नीचा दिखाने की हर संभव कोशिश की मगर नाकाम रहे । ऐसे नेताओं को मैं आगाह करना चाहता हूं कि अपने तुच्छ स्वार्थ की पूर्ति को छोड़कर मन से निषाद समुदाय की भलाई के लिए निषाद समुदाय के मान-सम्मान के लिए एक साथ मिलकर लड़ाई लड़े अन्यथा भविष्य ऐसे नेताओं को निषाद समुदाय कभी माफ नहीं करेगा ।