गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहबजादे की शहादत की स्मृति में आज गोरखपुर गुरुद्वारा में कंबल वितरण का कार्यक्रम हुआ संपन्न
राष्ट्र वंदन समिति के तत्वाधान में और रक्षाबंधन युवा परिषद के महानगर महामंत्री संजय मिश्रा के नेतृत्व में गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहबजादे की शहादत की स्मृति में आज महानगर स्थित पैडलेगंज गुरुद्वारा के समीप कंबल वितरण का कार्यक्रम किया गया।
जिसमें मुख्य रुप से जटाशंकर गुरुद्वारा के अध्यक्ष और संस्था के संरक्षक सरदार जसपाल सिंह सरदार जगनैन सिंह नीतू ई सतीष सिंह संस्था के महामंत्री दुर्गेश त्रिपाठी राष्ट्र वंदन मातृ शक्ति परिषद की अध्यक्षा विनीता पांडेय उपस्थित रहीं।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सरदार जसपाल सिंह ने कहा कि चार साहबजादे और माता की शहादत की स्मृति में प्रतिवर्ष 7 दिन का कार्यक्रम किया जाता है। इस बार के कार्यक्रम की शुरुआत आज 22 तारीख से शहीद नमन यात्रा के रूप में की गई है यह कार्यक्रम 29 तारीख तक चलेगा। आज पूरा देश 25 दिसंबर को क्रिसमस दिवस के रूप में मनाता है लेकिन यही वह सात दिन का समय है जब गुरु गोविंद साहब का पूरा परिवार इस देश धर्म के लिए अपना सर्वस्व निछावर करते हुए शहीद हो गया था अतः हमें अपने बच्चों और समाज को उनके बलिदान को याद दिलाने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्र वंदन समिति जो समाज में अपने महापुरुषों के नाम को आगे बढ़ाने और युवाओं को अपने महापुरुषों के पद चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करती रही है उनके द्वारा आज चार साहबजादओ के याद में कंबल वितरण का कार्यक्रम किया है निश्चित सराहनीय है।
संस्था के महामंत्री दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा की सिख समाज सदैव हिंदू धर्म की रक्षा के लिए तत्पर रहा है और बलिदान की एक लम्बी परंपरा है अगर पूरे स्वतंत्र आंदोलन को देखा जाए तो उसमे जितने अमर शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को फांसी की सजा हुई उसमें से बहुत बड़ी संख्या में सिख समाज के नौजवान थे ऐसी मां के बेटे जिन्होंने शेर पैदा किए थे और यह त्याग और बलिदान की भावना गुरुओं की परंपरा से ही आई है जिसमें श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहबजादे और उन अमर शहीद पुत्रों की माता का बलिदान अमर हैं। आज राष्ट्र वंदन समिति उन्हीं की स्मृति में यह कार्यक्रम कर रही हैं जो बहुत कम उम्र में हंसते-हंसते रणभूमि में शहीद हो गए या दीवार में चुन गए हम सब बचपन से ही ऐसे वीरों की गाथा को पढ़ते रहे हैं कैसे दीवार चुनते समय दोनों भाइयों में संवाद होता है वह देश पर शहीद होने के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते उनकी आंखों में मुगलों का कोई भय नहीं होता ना अपनी जान जाने का कोई मलाल वह मुगलों से कहते हैं।
"जोरावर जोर से बोला फतेह सिंह शोर से बोला।
रखो ईटे भरो गारे चुनो दीवार हत्यारे।।
निकलती सांस बोलेगी यही दीवार बोलेगी।
हमारे देश की जय हो। हमारे धर्म की जय हो।।"
ऐसे अमर शहीदों को राष्ट्र वंदन समिति नमन करती है।
कार्यक्रम को सरदार जगनैन नीतू सिंह विनीता पांडेय ने भी संबोधित किया।
मातृशक्ति परिषद की महामंत्री रीता शर्मा ने बताया कि आज पूरे दिन में शहर के विभिन्न हिस्सों में लगभग 200 कंबल वितरित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रमंडल समिति के प्रदेश कोषाध्यक्ष राजू लुहारुका प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल गुप्ता मातृशक्ति प्रदेश संयोजिका रूप रानी प्रदेश संयोजिका प्रीति श्रीवास्तव उपासना सिंह मनोरमा रणदीप कौर गिल जो दिलजीत कौर जगदीप सिंह मनोज गौड़ संजय मिश्रा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।