बस्ती/उत्तर प्रदेश-बस्ती जिला अधिकारी को दिए ज्ञापन में कसौधन समाज को पिछड़ी जात प्रमाणपत्र जनपद बस्ती में जारी नहीं होने से जिले के कसौधन समाज में रोष व्याप्त है।
जबकि बुधवार को जिला स्तरीय कमेटी की मीटिंग में हम कमेटी के समक्ष उपस्थित थे मीटिंग में आप द्वारा मौखिक रूप से हमें आश्वासन दिया गया था कि पूर्व में जितने जात प्रमाण पत्र जारी हुए हैं ।
उन्हें तत्काल प्रभाव से रिनुअल किया जाए और खून के रिश्ते के आधार पर नए जात प्रमाण जारी किया जाए परंतु आदेश में कुछ और लिखा गया है ।
आज तक एक भी जात प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए हैं जबकि कुछ ही दिनों में नगर पंचायत नगर निकाय नगर पालिका चुनाव होने वाले हैं ।
आरक्षित सीटों पर कसौधन समाज के चुनाव लड़ने वाले लोग चुनाव से वंचित हो जाएंगे इन बच्चों के पढ़ाई लिखाई में आरक्षण का लाभ हमारे बच्चे को नहीं मिल पा रहा है ।
ऐसे में जनपद बस्ती के सभी कसौधन परिवार के बच्चे आरक्षण के लाभ से वंचित हो रहे हैं ऐसे में शासन के आदेश में यह कहा गया है कि 1359 फसली को ही आधार मानकर स्कूल सर्टिफिकेट प्रमाण पत्र जारी किए जाएं जनपद बस्ती में अपनी हठधर्मिता के कारण प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए हैं ।
आवेदन करने पर तहसीलदार द्वारा1359 सास के अभाव में खारिज कर दिया गया है जो सरकार शासन की मंशा के अनुरूप हो रहा है ऐसे में जनपद बस्ती में निवास कर रहे कसौधन समाज के लोग अपने मूल अधिकारों के वंचित हो रहे हैं।
इसकी भरपाई जिला प्रशासन कैसे करें या तो हमें पता नहीं है परंतु कई बार आंदोलन करने की बावजूद कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है हम जब धरना प्रदर्शन करते हैं तो हमारे प्रशासन का डर दिखाकर हटा दिया जाता है।
आपके जिला प्रशासन के छठ धर्मिता के कारण जात प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है जो हमारे समाज के साथ न्याय पुर नहीं होगा ।
अतःनिवेदन है कि कसौधन समाज के पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र को तत्काल संज्ञान में लेकर पिछली समाज पत्र जारी करने का समस्त तहसीलदार को आदेशित करने की कृपा करें ।
अन्यथा की स्थिति में हम राष्ट्रीय कमेटी अध्यक्ष कमेटी जिला कमेटी के द्वारा15 मार्च अनिश्चितकालीन सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय वैश्य कसौधन सभा तथा अखिल भारतीय कांदू वैश्य सभा के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्टर-अफ़ज़ाल क़ुरैशी-बस्ती