बस्ती-जमीनी विवाद में दूसरे पक्ष से प्रभावित होकर विक्रमजोत चौकी इंचार्ज इंद्र भूषण सिंह ने फूलडीह निवासी शत्रुघ्न यादव की ऐसी पिटाई की है उन्हे गंभीर हालत में पुलिस खुद लेकर भागी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमजोत हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने फैजाबाद हॉस्पिटल के लिए किया रेफर दोनों जगहों से लखनऊ के लिये रेफर किया गया।
दरोगा के थर्ड डिग्री को लेकर इलाके में गुस्सा पनप रहा है। पिटाई से शत्रुघ्न यादव की हालत बहुत ही गंभीर बताई जा रही है।
शत्रुघ्न यादव को एम्बुलेंस में लेकर लखनऊ जा रहे उनके परिजन से फोन पर बात हुई तो बताया गया कि शत्रुघ्न यादव ने फूलडीह गांव में घर के पास दो साल पहले ही जमीन बैनामा लिए हुए है।
उस पर वे अपना कब्जा कर रहे थे। गांव के ही रहने वाली महिला जिसका नाम निशा यादव के परिवार ने इस पर आपत्ति किया। जबकि लेखपाल आदि ने जमीन की पैमाइश कर निशानदेही भी किया है।
इस मामले में चौकी इंचार्ज ने शत्रुघ्न के बेटे अजय से 25 हजार रूपये रिश्वत भी लिया था। कहा जाइये कब्जा करिये। लेकिन इसी बीच वे दूसरे पक्ष से प्रभावित हो गये और ज्यादा रिश्वत लेकर मामले को विवादित बना दिए।
एक कदम और आगे बढ़कर समस्या का हल ढूढने की बजाय दरोगा ने अजय की मां और छोटी बहन को शनिवार को थाने पर उठा लाये।आज शत्रुघ्न यादव को उठा लाये और मारपीटकर अधमरा कर दिया।
फिलहाल उन्हे लखनऊ ले जाया जा रहा है। शत्रुघ्न यादों की हालत गंभीर बनी हुई है जबकि मिली जानकारी के अनुसार डायल 112 पर महिला ने फोन करके मिट्टी पाटने को लेकर पुलिस को सूचना दी थी डायल 112 की पुलिस ने दोनों पक्ष को समझा-बुझाकर चले आए थे लेकिन बाद में चौकी इंचार्ज विक्रमजोत ने मनमानी दिखाया और बुजुर्ग को चौकी पर ले आए, थानाध्यक्ष दुर्गेश पांडे ने कहा बुजुर्ग को पहले से दिक्कत थी और पुलिस ने नहीं मारा पीटा।
रिपोर्टर-अफ़ज़ाल क़ुरैशी-बस्ती