बरेली/उत्तर प्रदेश-मुक़द्दस माह रमज़ान का आज आगाज़ हो गया। एक महीने चलने वाले रोज़े का आज पहला दिन था। साथ ही रमज़ान का पहला जुमा भी।
मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सुबह से ही रोज़ेदारों में उत्साह था। मस्जिदों के इमामो ने ख़ुत्बे से पहले रमज़ान की फज़ीलत बयान की।
नमाज़ के बाद ख़ुसूसी दुआ की। मुख्य नमाज़ किला की शाही जामा मस्जिद में दोपहर डेढ़ बजे (1.30 बजे) अदा की गई। यहाँ संख्या में नमाज़ियों ने नमाज़-ए-जुमा अदा किया।
इसके अलावा शहर की सभी प्रमुख दरगाहों,खानकाहों व मस्जिदों में दोपहर साढ़े बारह बजे से नमाज़ अदा करने का सिलसिला शुरू हुआ। जो सबसे आखिर में दोपहर साढ़े तीन बजे दरगाह आला हज़रत की रज़ा मस्जिद में नमाज़ तक चला।
इसके अलावा दरगाह शाहदाना वली,ख़ानक़ाह-ए-नियाज़िया,दरगाह शाह शराफ़त अली मियां,दरगाह वली मियां,दरगाह बशीर मियां,दरगाह वामिक मियां,सिविल लाइन्स की नोमहला मस्जिद,कचहरी वाली मस्जिद, जसोली की पीराशाह मस्जिद,पुराना शहर की मिर्जाइ मसजिद,नूरानी मस्जिद,छः मीनारा मस्जिद,हबीबिया मस्जिद,हकीम सुक्का खान मस्जिद,गौसिया मस्जिद,बिहारीपुर की बीबी जी मस्जिद,आला हज़रत मस्जिद,चौकी चौराहा वाली मस्जिद,कैंट की हाथी खाना मस्जिद,रेलवे स्टेशन की नूरी मस्जिद,सुभाष नगर की साबरी मस्जिद,जखीरा की इमली वाली मस्जिद,मलूकपुर की मुफ़्ती आज़म मस्जिद आदि में भी बड़ी तादात में नमाज़ियों ने जुमा की नमाज़ अदा की।
दरगाह आला हज़रत के मीडिया प्रभारी नासिर क़ुरैशी ने बताया कि कई मस्जिदों में नमाज़ की जगह कम पड़ने पर मस्जिदों की इंतेजामिया कमेटी ने छतों पर सफे लगा कर नमाज़ अदा करवाई।
जिन बच्चों का अभी तक पहला रोज़ा नही हुआ था उन बच्चों ने आज पहला रोज़ा रखा।
रिपोर्टर-सेराज अहमद क़ुरैशी