बस्ती/उत्तर प्रदेश-बस्ती जिले के कप्तानगंज रेंज में अवैध पेड़ों की कटान की खबर चलने से वन माफिया बौरवलाये हुए हैं ।
क्योंकि कप्तानगंज रेंज में लगातार दो जगह पर सागौन का बगीचा कट रहा था।
मीडिया ने अवैध सागौन का पेड काटने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
जिला वन अधिकारी ने अवैध पेड़ो की कटान होने पर रेंजर कप्तानगंज को कार्यवाही करने का निर्देश दिया था वन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई होने से वन माफिया पत्रकारो पर नाराज हैं ।
वन माफियों पर रेंजर ज्ञान प्रकाश गौतम कप्तानगंज मेहरमान है।कप्तानगंज थाने की अपाधियों की सूची में प्रथम स्थान पर एक हिस्ट्रीशीटर एवं शराब माफिया का नाम दर्ज है ।
वन माफिया ने कहा कि हम वन माफिया ही नहीं पहले से हम हिस्ट्रीशीटर एवं शराब माफिया की सूची में कप्तानगंज थाने में प्रथम स्थान पर है अवैध पेड़ों को काटने पर रेंजर ज्ञान प्रकाश गौतम कप्तानगंज को स्वेच्छा से प्रति पेड 50 से 100 रुपये सुविधा शुल्क देते हैं और जब ज्यादा पेड़ कटाते है तब 500 रुपये दे देते हैं ।
वन माफियाओं का सीधा मतलब जब पुलिस,वन विभाग कप्तानगंज डर से अवैध पेड़ों की कटान पर हस्तक्षेप नही कर रही है तो पत्रकार की कैसी हिम्मत जो हम जैसे माफियाओं के खिलाफ खबर प्रकाशित कर वन विभाग से कार्रवाई करा रहे हैं ।
हिस्ट्रीशीटर एवं शराब माफिया ने कहा कि पत्रकार हम जैसे माफियाओं के खिलाफ खबर सोंच समझ कर चलाये ।
पत्रकार को सरकार का चौथा स्तम्भ माना जाता है पत्रकार को सही खबर प्रकाशित करने में स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन कप्तानगंज क्षेत्र में अवैध पेड़ों की कटान की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने में वन माफियाओं द्वारा तरह - तरह का दबाव बनाया जा रहा है। जो पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
रिपोर्टर-अफ़ज़ाल क़ुरैशी-बस्ती