बाइक सवारों ने उनकी गाड़ी से चाबी निकालकर और डिक्की खोल कर उस मे रखा 12 हजार रुपए और मोबाइल छीनकर धमकी देते हुये की चुपचाप चले जाओ अन्यथा गोली मार दूंगा।
जिस के संदर्भ में जनसेवा संचालक शीतला प्रसाद पुत्र लालता प्रसाद निवासी ग्राम जगन्नाथपुर थाना परसरामपुर जनपद बस्ती द्वारा 9 अगस्त को परशुरामपुर थाने पर प्रार्थना पत्र दिया गया। प्रार्थना पत्र के संदर्भ में परशुरामपुर पुलिस ने उपयुक्त धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए विवेचना शुरू कर दी।
पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जल्द खुलासा को लेकर टीम गठित कर दी।
प्रभारी निरीक्षक परशुरामपुर रामेश्वर यादव, उपनिरीक्षक श्याम मोहन त्रिपाठी, प्रभारी स्वाट टीम गजेंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी सर्विलांस सेल शशिकांत, प्रभारी चौकी सिकंदरपुर उमेश चंद्र वर्मा, उप निरीक्षक आशुतोष कुमार, मोहम्मद मुस्तफा तथा पुलिस टीम ने अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया कि मुखबिर और सर्विलांस सेल के सूचना पर पुलिस ने श्रृंगी नारी से हर्रैया जाने वाले मार्ग पर संबंधित अभियुक्तों अजय वर्मा पुत्र चंद्रिका प्रसाद वर्मा 22 वर्ष,बिंदु कुमार शर्मा पुत्र श्याम नारायण शर्मा 21वर्ष तथा राज प्रताप वर्मा पुत्र राम जनक वर्मा17 वर्ष सभी निवासी ग्राम मिश्रौलिया थाना परशुरामपुर बस्ती को लूट में शामिल दो बिना पंजीकृत मोटरसाइकिल 4500 रुपए तथा एक मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह लोग शीतला प्रसाद के दुकान के कुछ दुरी से उन पर नजर रखे हुए थे तथा उन को कुछ मोटरसाइकिल की डिक्की में कागज में कुछ लपेट कर रखते और पुनः दुकान के अंदर जाकर वापस आने पर वह लोग उनका पीछा कर सुनसान जगह पर उनको रोक कर उनका रूपया तथा मोबाइल छीन कर दूसरे रास्ते से कर चले गए।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों को विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया।
रिपोर्टर-अफ़ज़ाल क़ुरैशी-बस्ती